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बर्थोलिन की ग्लैंड यानी बर्थोलिन की ग्रंथियां वेजाइनल ओपनिंग की जगह पर मौजूद होती हैं। ये ग्रंथियां फ्लूड का स्राव करती हैं जो वेजाइना को चिकनाई देने में मदद करता है। कभी-कभी इन ग्लैंड्स की ओपनिंग में रुकावट आ जाती है, इससे फ्लूड ग्लैंड में वापस आ जाता है। यह अक्सर दर्द रहित सूजन होती है जिसे बर्थोलिन की सिस्ट कहा जाता है। अगर सिस्ट के अंदर का फ्लूड संक्रमित हो जाता है तब सूजन वाले टिश्यू (फोड़ा) से घिरे पस यानी मवाद इकठ्ठा कर लेते हैं। बर्थोलिन की सिस्ट या फोड़ा होना आम है। बर्थोलिन सिस्ट का इलाज सिस्ट के आकार पर निर्भर करता है कि सिस्ट कितनी दर्दनाक है और सिस्ट संक्रमित है या नहीं।
बर्थोलिन की सिस्ट मटर के आकार से लेकर मार्बल जितनी बड़ी या लगभग 0.2 से 1 इंच व्यास के हो सकते हैं। यह आमतौर पर धीरे-धीरे बढ़ती है। बर्थोलिन की सिस्ट कुछ केस में लक्षण नहीं दिखाती है। चूंकि आमतौर पर बर्थोलिन की ग्लैंड्स को महसूस नहीं कर सकते हैं, अगर लक्षण नहीं हैं, तो पता भी नहीं चलेगा कि कोई सिस्ट भी है।
कुछ केस में जब लक्षण दिखाई देते हैं, तो निम्न हो सकते हैं:
अगर सिस्ट संक्रमित है तो कुछ अन्य लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। इसमें निम्न शामिल है:
बर्थोलिन सिस्ट होने के कई कारण हो सकते हैं, इसका कारण और प्रकार देखकर ही इसका इलाज किया जाता है।
ग्लैंड्स का ब्लॉक होना:-
एक्सपर्ट के मुताबिक, बर्थोलिन के सिस्ट का कारण फ्लूड का बैकअप है। फ्लूड जमा हो सकता है जब ग्लैंड (डक्ट) की ओपनिंग में रुकावट आ जाती है, ऐसा किसी चोट के कारण हो सकता है।
बैक्टीरिया के कारण इंफेक्शन:-
ग्लैंड के ब्लॉक हो जाने से बनी सिस्ट एस्चेरिचिया कोलाई (ई कोलाई) नामक बैक्टीरिया के संपर्क में आकर संक्रमित हो जाती है, इससे समस्या बढ़ जाती है और कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं।
गोनोरिया और क्लैमाइडिया जैसे सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन:-
सेक्सुअल ट्रांसमिटेड बीमारियों से संक्रमित किसी व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाने से सिस्ट संक्रमित हो जाती है।
डक्ट ब्लॉकेज का सटीक कारण स्पष्ट नहीं हैं, हालांकि बैक्टीरिया इसमें भूमिका निभाता है।
कुछ कारक बर्थोलिन की सिस्ट डेवलप होने की संभावना को बढ़ा देती हैं:
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कई महिलाएं सोचती हैं कि बर्थोलिन सिस्ट सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन या कई पार्टनर के साथ सेक्स करने से होती है, लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता है, कई केस में बर्थोलिन ग्लैंड में चोट के कारण भी सिस्ट हो सकती है।
कुछ मामलों में बर्थोलिन की सिस्ट होने के लक्षण नहीं दिखाई देते हैं, लेकिन अगर कुछ लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर जांच के लिए कई तरह की प्रक्रियाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं:
डॉक्टर मेडिकल हिस्ट्री के बारे में सवाल कर सकते हैं। साथ ही डॉक्टर यह भी पूछते हैं कि कही बुखार तो नहीं आ रहा है, सिस्ट चलने या बैठने में परेशानी तो नहीं कर रही है। महिला की उम्र क्या है।
पेल्विक एग्जाम:- डॉक्टर पेल्विक एग्जाम कर चेक करते हैं कि सिस्ट दर्दनाक है या नहीं, डॉक्टर यह भी चेक करते हैं कि यह एक फोड़ा तो नहीं बन गया है।
फ्लूड सैंपल टेस्ट:- सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन के लिए डॉक्टर वेजाइना या सर्विक्स से डिस्चार्ज का एक सैंपल ले सकते हैं। अगर पोस्टमेनोपॉज़ल या 40 से ज्यादा उम्र हैं तो कैंसर कोशिकाओं की जांच के लिए बायोप्सी करवाई जा सकती है।
बर्थोलिन सिस्ट की सबसे आम जटिलताओं में से एक हैं, इसका दोबारा होना। पूरी तरह से इलाज के बाद भी यह अक्सर दोबारा हो सकता है। पूरी तरह से बढ़ी हुई सिस्ट बर्थोलिन का फोड़ा बना सकती है। सिस्ट की इन्फेक्टेड सेल्स यानी संक्रमित कोशिकाएं ब्लडस्ट्रीम में आ सकती हैं जिससे अन्य अंगों में संक्रमण हो सकता है, जिससे सेप्टीसीमिया हो सकता है।
बर्थोलिन की सिस्ट या फोड़े को रोकने का कोई खास तरीका नहीं है। लेकिन सुरक्षित सेक्स, कंडोम का इस्तेमाल और हाइजीन की प्रैक्टिस करने से बैक्टीरिया को उस क्षेत्र से बाहर रखने में मदद मिलेगी, इससे इंफेक्शन को रोकने में मदद मिलेगी। यह पता लगाना भी जरूरी है कि क्या आपको पहले से ही सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज है, ऐसी स्थिति में इलाज जरूर करवाएं। हेल्दी यूरिनरी ट्रैक्ट को बनाए रखने से बर्थोलिन की सिस्ट और फोड़े को बनने से रोकने में मदद मिल सकती है। दिन भर में खूब सारे तरल पदार्थ पिएं, और पेशाब न रोकें। क्रैनबेरी हेल्दी यूरिनरी ट्रैक्ट बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
कई महिलाएं सोचती हैं कि बर्थोलिन सिस्ट का असर प्रेगनेंसी और पीरियड्स पर असर पड़ता होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। बर्थोलिन सिस्ट से पीरियड्स और फर्टिलिटी दोनों पर असर नहीं पड़ता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि बर्थोलिन सिस्ट होने पर लापरवाही बरती जाएं। सही समय पर इसका इलाज जरूरी है।
अगर वेजाइना में किसी भी तरह की असहजता महसूस हो तो डॉक्टर से बात करें। अगर बर्थोलिन सिस्ट की सूजन 2-3 दिनों के बाद भी आकार में कम नहीं हो रही है तो बिना देरी किए डॉक्टर से सलाह लें। अगर तेज बुखार, असुविधा, और संक्रमित जगह के आसपास तेज दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। 40 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं में ये समान लक्षण वुल्वर कार्सिनोमा नामक बीमारी होने पर भी दिखाई देते हैं।
कुछ मामलों में बर्थोलिन की सिस्ट को किसी तरह के इलाज की जरूरत नहीं होती है- अगर सिस्ट के कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं तब। जब जरूरी हो तब उपचार सिस्ट के आकार और क्या यह संक्रमित है, इस पर निर्भर करता है।
आपके डॉक्टर जो उपचार विकल्प सुझा सकते हैं उनमें शामिल हैं:
सिट्ज़ बाथ:-
तीन या चार दिनों के लिए दिन में कई बार कुछ इंच हल्के गर्म पानी (सिट्ज बाथ) से भरे टब में बैठ जाते हैं, इससे संक्रमित सिस्ट को टूटने और निकलने में मदद मिल सकती है।
सर्जिकल ड्रेनेज:-
संक्रमित या बहुत बड़ी सिस्ट को निकालने के लिए सर्जरी करवाने की जरूरत पड़ सकती है। लोकल एनेस्थीसिया या बेहोश कर सिस्ट का ड्रेनेज किया जा सकता है। इस प्रक्रिया के लिए डॉक्टर सिस्ट में एक छोटा सा चीरा लगाता है, इसे निकालने के लिए सुविधा देता है, और फिर इसके बाद चीरे में एक छोटी रबर ट्यूब (कैथेटर) रखी जाती है। चीरा खुला रखने और पूरी तरह से ड्रेनेज के लिए कैथेटर को छह हफ्ते तक रखा जाता है।
एंटीबायोटिक्स:-
अगर सिस्ट संक्रमित है या अगर टेस्ट से पता चलता है कि कोई सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन है तब डॉक्टर एंटीबायोटिक दे सकते हैं। अगर फोड़ा ठीक से निकल जाता है तब एंटीबायोटिक दवाओं की जरूरत नहीं पड़ती।
मार्सुपियलाइजेशन:-
अगर सिस्ट दोबारा हो जाती है तब मार्सुपियलाइज़ेशन प्रक्रिया मदद कर सकती है। डॉक्टर 1/4-इंच (लगभग 6-मिलीमीटर) से कम लंबी ओपनिंग बनाने के लिए ड्रेनेज की तरफ टांके लगाते हैं। प्रक्रिया के बाद कुछ दिनों के लिए ड्रेनेज को बढ़ावा देने और दोबारा सिस्ट होने से रोकने में मदद करने के लिए कैथेटर रखा जा सकता है।
बर्थोलिन सिस्ट का सबसे बेहतर इलाज सिस्ट के आकार और लक्षण पर निर्भर करता है, अगर छोटी सी सिस्ट हो और किसी तरह का और लक्षण न दिखाई दें और किसी फ्लूड का डिस्चार्ज भी न हो, सिट्ज़ बाथ बेहतर विकल्प हो सकता है। अगर कोई बैक्टीरियल इंफेक्शन है तो डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक दे सकते हैं। कुछ बैक्टीरिया से इन्फेक्टेड सिस्ट या आकार में बड़ी सिस्ट के लिए सर्जिकल ड्रेनेज या मार्सुपियलाइज़ेशन डॉक्टर की सलाह से करवा सकते हैं।
क्या बर्थोलिन सिस्ट अपने आप ठीक हो सकती है?
जी हां, कभी-कभी शरीर की बहुत ज्यादा गर्मी, मासिक धर्म आने या घरेलू उपचार के कारण सिस्ट अपने आप निकल जाती है। हालांकि संक्रमण के किसी भी जोखिम को कम करने के लिए गायनेकोलॉजिस्ट से सलाह जरूर लें।
बर्थोलिन सिस्ट को ठीक होने में कितना समय लगता है?
बर्थोलिन सिस्ट को ठीक होने में कम से कम 15 दिन लग सकते हैं।
क्या हार्मोन असंतुलन से बर्थोलिन सिस्ट हो सकती है?
मासिक धर्म के कारण हार्मोन में बदलाव और असंतुलन वेजाइना में सूखापन और अन्य लक्षण पैदा कर सकते हैं, लेकिन बर्थोलिन सिस्ट का कारण नहीं बन सकते हैं।
क्या बर्थोलिन सिस्ट सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज है?
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बर्थोलिन सिस्ट सेक्सुअल ट्रांसमिटेड रोग (एसटीडी) नहीं है। हां, लेकिन बर्थोलिन सिस्ट के कारणों में से एक सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (एसटीआई) है, लेकिन सिर्फ सिस्ट को एसटीआई या एसटीडी नहीं कहा जा सकता है।
रिप्रोडक्टिव यानी प्रजनन आयु वर्ग की महिलाओं को इसे लेकर जागरूक होनी चाहिए और अच्छी पेरिनियल हाइजीन और सुरक्षित सेक्सुअल संबंध रखना चाहिए ताकि बर्थोलिन सिस्ट और फोड़े के जोखिम को कम किया जा सके। लगभग 100 में से 3 महिलाएं अपनी जिंदगी में किसी भी समय पर फ्लूड से भरी सूजन (बर्थोलिन की सिस्ट) या पस इकठ्ठा (बर्थोलिन का फोड़ा) हो जाता है। ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही नहीं करना चाहिए। कुछ भी लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। अगर आपको वेजाइना के ओपनिंग के पास एक दर्द रहित छोटी सी गांठ, लालिमा, या सेक्स, चलने या बैठने के दौरान असहज महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह ले। आप चाहें तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हमारे एक्सपर्ट डॉक्टर से भी चर्चा कर सकते हैं।अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए यहां क्लिक करें।