पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) का कारण अभी अज्ञात है, ऐसा माना जाता है कि यह हार्मोन के स्तर से जुड़ा हुआ है।
पीसीओएस जेनेटिक्स के कारण परिवारों में चल सकता है। अगर आपके किसी रिश्तेदार को पीसीओएस है तो आपको इसके होने की संभावना ज्यादा है। हालांकि पीसीओएस से जुड़े विशेष जीन अभी तक खोजे नहीं गए हैं।
पेंक्रियाज ब्लड ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन नामक एक हार्मोन बनाया जाता है। यह ब्लड शुगर को कोशिकाओं में ट्रांसफर करने में मदद करता है, जहां यह एनर्जी बनाने के लिए टूट जाता है।
इंसुलिन रेजिस्टेंस शरीर के टिश्यू को इंसुलिन के कामों के प्रतिरोधी होने का संदर्भ देता है। इसकी भरपाई के लिए शरीर को ज्यादा इंसुलिन बनाना होगा।
इंसुलिन के हाई लेवल के कारण ओवरी ज्यादा टेस्टोस्टेरोन बनाती है, जो फॉलिकल (ओवरी में जहां एग विकसित होते हैं और स्वस्थ तरीके से ओवुलेशन होता है) के बनने में दखलंदाजी करता है।
इसके अलावा, इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण वजन बढ़ सकता है, जो पीसीओएस के लक्षणों को बढ़ा सकता है। एक्स्ट्रा फैट होने से शरीर ज्यादा इंसुलिन बनाने लगता है, जो पीसीओएस के लक्षणों को बढ़ा सकता है।
पीसीओएस से पीड़ित कई महिलाओं में हार्मोनों में असंतुलन होता है, जिनमें निम्न चीजे शामिल हैं:
इन हार्मोन में बदलाव का कोई ज्ञात कारण नहीं है। ऐसा कहा जाता है कि यह परेशानी ओवरी में हो सकती है, अन्य ग्रंथियों में जो ये हार्मोन बनाती हैं, या दिमाग के उस हिस्से में जो उनके सिंथेसिस को नियंत्रित करती है।